Thursday, August 26, 2010

दिनॉक 2.08.2010 को ग्राम विलहरी मे बाल्मीकी समाज द्वारा जन जागरण


दिनॉक 2.08.2010 को उत्तर प्रदेश सफाई मजदूर संघ शाखा जिला बदायूं के जिला प्रभारी श्री काली चरन वाल्मीकि तथा श्री मुकेश कुमार वाल्मीकि के नेतृत्व में बदायूं जिले के ग्राम सभा गांव विलहरी व्लाक म्याउ बदायूं मे दोपहर 12.30 बजे वाल्मीकि समाज की समस्या दशा दिशा हेतु व मैला उठाने की कुप्रथा जैसी घृणित कार्य को जड से समाप्त कराने के लिए ग्राम विलहरी के महिला पुरूष की एक वैठक प्राथमि‍क परिसर मे श्री प्रेम सिह वाल्मीकि की अध्यक्षता में हुई। बैठक मे कालीचरन वाल्मीकि ने समझाया कि हमारा वाल्मीकि समाज हजारो बर्षो से सिर पर मैला ढोने का कार्य करता चला आ रहा है देश को आजाद हुए छ दशक वीत गये और देश को सर्व समाज आगे विकास कर रहा है लेकिन वाल्मीकि समाज की महिलाऐं और पुरष सिर पर मैला ढोते है। महर्षि वाल्मी कि जिनके हाथो मे कलम दवात है और रामायण को लिखा उनके समाज की पहचान हाथो मे झाडू पन्जा डलिया सिर पर मैला ढोना वनी हुई क्यो न हम इस पेश को त्याग कर और अच्छे काम धन्धे करे। श्री मुकेश कुमार वाल्मीकि ने वताया कि हम वाल्मीकि ॠषि की सन्तान है हमारे भगवान वाल्मीकि जी रामायण मे पुरूषोत्तम श्री राम व लव, कुश को शिक्षा दिक्षा दी हम लोग भी अपने वच्चो को इस गन्दे पेशे से छुटकारा दिलाकर समाज मे पढे लिखे योग्य व्यक्ति वनाये ताकि समाज मे हमे व हमारे वच्चो को एक अच्छे पुरूषो की तरह सम्मान और गौरव प्राप्त हो सके। वैठक में ग्राम विलहरी की सभी उपस्थित महिला पुरूषो वच्चो ने एक साथ संकल्‍प लेकर कहा कि वे आज से सिर पर मैला नही ढोयेगे और मैला उठाने का कार्य नही करेगे। ऐसे गन्दे अपमान जनक कार्य को वाल्मीकि समाज की महिला पुरूष नही होने देगे हम अन्यव सम्मान जनक काम धन्धे अपनायेगे ताहि समाज मे हमे भी सिर उठाकर चलने का मौका मिले।,वैठक का संचालन श्री अनिल विराट ने किया तथा श्री सन्तोष कुमार ने सभी लोगो का आभार व्यक्त किया वैठक मे गांव के कई महिला पुरूषो ने भी अपने विचार से समस्याओ से अवगत कराया और पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया गया।

Tuesday, August 24, 2010

उप जिलाधिकारी सहसवां श्री एम पी सिंह की अध्यक्षता में सम्पूर्ण स्वच्छ‍ता अभियान के अन्तर्गत स्वच्छ‍ता गोष्ठी का आयोजन

दिनांक 17.8.2010 को प्राथमिक विघालय भवानीपवुर खल्ली विकास खण्ड दहगवां पर उपजिलाधिकारी सहसवां श्री एम पी सिंह की अध्यक्षता में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत स्वच्छता गोष्ठी का आयोजन किया गया।

श्री एम पी सिंह उपजिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में सभी अपील की कि सभी शुष्क शौचालयो को जल प्रवाहित शौचालयों में शीध्र अतिशीध्र परिवर्तित किया जाये। श्री एम पी सिंह ने वताया कि ग्राम मे अधिकांश वीमारियों की जड मे शुष्क शौचालयों का प्रयोग है। उन्होने बाल्मीकी समाज के लोगों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया तथा उनसे सर पर मैला ढोने की प्रथा को छोडने का आहवान किया। श्री सिंह के विचारों से प्रभावित होकर ग्राम की सफाई कर्मी जिसमे अधिकांश महिलाएं है ने उप जिलाधिकारी श्री सिंह को आश्वस्त किया कि वे अब भविष्य मे मल उठाने का कार्य नही करेगी।

उन्होने मौके पर उपस्थित सहायक विकास अधिकारी पंचायत को निर्देशित किया कि वे तत्काल जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय से राशन कार्ड प्राप्त कर सभी पात्र लोगों के अनत्योदय या वी0पी0एल0 कार्ड जारी कर दे। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि सभी स्वच्छकारों के पढने वाले बच्चों की छात्रवति के फार्म अवश्य भरवायें। उन्होने पात्रों को इन्दिरा आवास पेशन तथा महामाया आवास योजना से भी लाभान्वित करने के निर्देश दिये।

गोष्ठी में खण्ड विकास अधिकारी श्री सुनील कुमार ने उप जिलाधिकारी को आश्वास्त‍ किया कि अस्वच्छ पेशे से मुक्त किये गये सभी लोगों का उचित पुर्नवास किया जायेगा। गोष्ठी में सहायक विकास अधिकारी पं0 ने शुष्क शौचालयों को जल प्रवाहित शौचालयो मे परिवर्तित करने के लिये सभी को जानकारी दी गयी, सम्पूर्ण स्ववच्छता के वारे में एवं शुष्क शौचालय को जल प्रवाहित शौचालय में परिवर्तित करने से क्या, क्या फायदे है के वारे मे विस्तार से समझाया।
गोष्ठी मे ग्राम पंचायत अधिकारी व प्रधान भवानीपुर खल्ली सहित भारी संख्या मे ग्रामवासी उपस्थित थें।

Sunday, August 15, 2010

ग्राम पंचायत शेखूपुर तथा मीरसराय मे उप जिलाधिकारी सदर श्री रजनीश चन्द्रा की अध्यक्षता मे स्वच्छता गोष्ठी का आयोजन

दिनांक 11.8.2010 को प्राथमिक विघालय मीरासराय एवं उच्च प्राथमिक विघालय शेखूपुर पर उपजिलाधिकारी महोदय बदायूं की अध्यक्षता
में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत स्वच्छता गोष्ठी का आयोजन किया गया। आदरणीय श्री रजनीश चन्द्रा उपजिलाधिकारी महोदय ने अपने सम्बोधन में सभी अपील की कि सभी शुष्क शौचालयो को जल प्रवाहित शौचालयों में शीध्र अतिशीध्र परिवर्तित किया जाये। श्री रजनीश चन्द्रा ने वताया कि ग्राम मे अधिकांश वीमारियों की जड मे शुष्क शौचलयों का प्रयोग है। उन्होने बाल्मीकी समाज के लोगों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया तथा उनसे सर पर मैला ढोने की प्रथा को छोडने का आहवान किया। श्री चन्द्रा के विचारों से प्रभावित होकर ग्राम की 45 सफाई कर्मी जिसमे अधिकांश महिलाएं है ने उप जिलाधिकारी श्री रजनीश चन्द्रा को आश्वस्त किया कि वे अब भविष्य मे मल उठाने का कार्य नही करेगी। मौके पर उपस्थित महिलाओं ने उनके पुरूषों द्वारा शराब पीकर महिलाओं के साथ मारपीट करने की भी शिकायत की। श्री रजनीश चन्द्रा ने लोगों को समक्षाया कि किस प्रकर उनकी गाढी
कमाई से शराब विक्रेता निरन्तर प्रगति करते जा रहे है लेकिन उनके घरों मे शराब के कारण कई शाम को चूल्हे नही जलते है। उन्होने मौके पर उपस्थित सहायक विकास अधिकारी पंचायत श्री के0वी0वर्मा को निर्देशित किया कि वे तत्कातल जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय से राशन कार्ड प्राप्त कर सभी पात्र लोगों के अनत्योदय या वी0पी0एल0 कार्ड जारी कर दे। उन्हो्ने यह भी निर्देश दिये कि सभी स्वच्छकारों के पढने वाले बच्चों की छात्रवति के फार्म अवश्य भरवायें। उन्होने पात्रों को इन्दिरा आवास पेशन तथा महामाया आवास योजना से भी लाभान्वित करने के निर्देश दिये।गोष्ठी में खण्ड विकास अधिकारी श्रीमती रागिनी सक्सेना, ने उप जिलाधिकारी को आश्वस्त किया कि अस्वच्छ पेशे से मुक्त किये गये सभी लोगों का उचित पुर्नवास किया जायेगा। गोष्ठी में श्री के0वी0वर्मा सहायक विकास अधिकारी पं0 शुष्क शौचालयों को जल प्रवाहित शौचालयो मे परिवर्तित करने के लिये सभी को जानकारी दी गयी, सम्पूर्ण स्वच्छता के वारे में एवं शुष्क शौचालय को जल प्रवाहित शौचालय में परिवर्तित करने से क्या ,क्या फायदे है के वारे मे विस्तार से समझाया गया। गोष्ठी मे श्री अशोक कुमार सक्सेना ग्राम पंचायत अधिकारी व प्रधान शेखूपुर श्री जोरावर सिंह प्रधान बदायूं चुंगी बाहर श्रीमती मुन्नीर देवी सहित भारी संख्या मे ग्रामवासी उपस्थित थें।

Tuesday, August 3, 2010

दिनांक 2 अगस्ता 2010 यूनीसेफ के राज्य आफिस लखनउ से आयी मीडिया कन्स लटेन्ट सुश्रीअंजली सिंह

ने आज जिले में चल रहे शुष्क शौचालयो के कन्वसर्जन कार्य का जायजा लिया ग्राम रमजानपुर ब्लाक
कादरचौक तथा सकरी जंगल विकास खण्ड उझानी में
डी0पी0आर0ओ0 श्री आर0एस0चौधरी तथा यूनीसेफ के डी0एफ0 श्री अहमद शाहवेज तथा परिक्षित सेठ के साथ किये गये भ्रमण में सकरी जंगल में हुये अभूतपूर्व कार्य ने उनको
अचम्भित कर दिय। केवल 10 दिनो मे बने 272 शौचालयो के ग्रह स्वायमियों से बात चीत करते हुये उन्होने जाना किस प्रकार डी0पी0आर0ओ0 श्री चौधरी द्वारा की गयी गोष्ठी ने उन लोगो को प्रेरित किया। अव लोग लेन लगाकर अपने, अपने घरो के लिये शौचालय निर्माण हेतु प्रोत्साहन राशि की मांग कर रहे है।ग्रामवासियो ने माना कि शुष्क शौचालयो का प्रभाव उनके एवं बच्चोह के स्वासस्थ्ा पर वेहद हानिकारक असर करता है। सुश्री अंजली ने लाभार्थियों से जानकारी ली कि उन लोगो ने शौचालय निर्माण के तुरन्त पश्चांत पोर फलस शौचालयो को प्रयोग करना भी शुरू कर दिया है। एक बच्ची‍ से उन्होने पूछा कि शौच के लिये कहा जा
ती हो तो बच्ची ने बताया कि नये शौचालय में जाते है क्योकि यह पुराने वाले से बहुत अच्छा है। स्वच्छाकारो से बात करते हुये सुश्री अंजली ने जाना कि यह कार्य कितना बडा योगदान दे रहा है हमारे समाज मे प्रचलित सदियों पुरानी मैला ढोने की इस कुर्तियों को समाप्त करने मे। इस मौके पर सुश्री अंजली सिंह ने स्वच्छयकारो से अपील की तथा उनको समझाया कि इस कार्य से मुक्ति पाना का यह सुनहरा अवसर है। उन्होने जिला प्रशासन की ओर से अस्वस्थ‍ किया जो परिवार मैला ढोने के कार्य को त्याग देगा उस परिवार को अन्तोदय, बी0पी0एल0 कार्ड बच्चो को अतिरिक्त् छात्रव्रत्ति तथा कुछ समय पश्चात माहामाया योजना के तहत आवास भी मिल पायेगा।

बाद में जिलाधिकारी महोदय के कैम्प कार्यालय मे जिलाधिकारी श्री अमित गुप्ता से भेट के दौरान सुश्री अंजली ने बताया कि यह जारी तीब्रगति कार्य को देखकर उनको अत्य्न्त प्रशसन्नता हुई और इसके लिये उन्होने जिलाधिकारी श्री अमित गुप्ता को बधाई दी, जिस पर जिलाधिकारी साहब ने कहा कि इस कार्य के लिये श्री चौधरी ही बधाई के पात्र है जिन्होने उनको जिले की वास्त विकस्थिति से अवगत कराया। साथ ही जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि यदि पैसो का पूर्ण प्रबन्ध हो जाये तो हम निश्चित ही दिसम्बर तक जिले को शुष्क शौचालय से मुक्त करा देगें।

सभ्य समाज का एक कुरूप चेहरा




दिनांक 2 अगस्त 2010 स्था‍न विकास खण्डं कादर चौक की ग्राम पंचायत रमजानपुर; ग्राम की अनुसूचित जाति की बस्ती; जिले के जिला पंचायत राज अधिकारी अपने दो साथी; सहायक विकास अधिकारी पंचायत उझानी एवं युनिसेफ के जिला समन्वयक मोहम्मद सावेज तथा लखनउ से आयी यूनिसेफ की मीडिया प्रभारी सुश्री अंजली सिंह। गांव के एक छप्पर की बैठक मे बैठे गांव की बाल्मिकी जाति की कुछ महिलाओं से बात कर रहे है। वार्ता के दौरान जब जिला पंचायत राज अधिकारी जब गांव की कुछ महिलाओं को मानव मल उठाने के कार्य को छोडने के लिये समझा रहे थे उसी समय गांव की कुछ बूढी महिला श्री चौधरी सो र्तक करने लगी कि यदि वे अपने पैत़क पेशे को छोड दे तो उनकी राजी रोटी कैसे चलेगी। उन्होने कहा कि वे स्वेच्छा से इस कार्य को नही करना चाहती लेकिन पेट के कारण उन्हे ऐसा करना पडता है। यदि वे यह कार्य छोड दे तो अपने ब च्चों का पेट नही भर सकती है। अपने बच्चों का पेट भरने के लिये उन्हें घर घर जाकर मानव मल उठाना पढ रहा है।

जब श्री चौधरी मे उपस्थित महिलाओं से कहा कि उन्होने तो अपनी जिन्दगी जैसे तैसे विता ली अब क्या वे चाहती है कि उनके बच्चे भी इसी प्रकार की नारकीय जिन्दगी जिये तो एक बद्ध महिला ने कहा कि जब वह शादी के बाद गांव आयी थी तो उनकी सासु ससुर से यह कार्य विरासत मे दिया था; जब जिला पंचायत राज अधिकारी ने उस बूढी महिला से पूछा कि क्या वे भी अपनी बहू को यह कार्य विरासत मे देना चाहेगी तो उसने कहा कि जरूर। यह पूछे जाने पर कि यदि आपकी बहू ऐसा करने से मना करे तो भी; तो उस महिला ने कहा कि वह ऐसा नही करेगी। बातचीत के दौरान जब एक युवती ने कहा कि जब वह मल को टोकरी मे भरकर गांव के रास्ते से गुजरती है तो लोग रास्ता बदल देते। उस महिला के ये शब्द उस दष्य को जीवन्त कर दिये जब मेरे बाबा जी बताया करते थे कि अदि काल मे जब अछूत जाति के लोग गांव के आम रास्‍तो से गुजरते थे तो लोग रास्ता बदल लेते थे। पुराने जमाने की वे बाते जो आज के लोगों कों कोरी कल्पना लगती थी जनपद बदायू के ग्रामीण इलाको मे आज हकीकत है। लोग कुत्तों और बिल्ल्यिों को अपनी कार मे बैठाने को तैयार है लेकिन हाड मांस के बने एक मानव को अपने साथ लेने को तैयार नही है। आज के समाज की यह कैसी विडम्बना है कि इक्कीसवी सदी मे जानवरों की जिन्दगी से भी बदतर जिन्दंगी जीने को मजबूर हैं बा‍ल्मिकी समाज के ये लोग। इसे देश और समाज की विडम्बना कहे या सभ्य समाज का एक कुरूप चेहरा।