Monday, July 26, 2010
स्वच्छकार महिलाओं ने अपने झाडू, पन्जा, टोकरी जिलाधिकारी समक्ष समर्पित किये।
इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी वन प्रभाग बदायूं, जिला पंचायत राज अधिकारी श्री आर0एस0चौधरी, यूनीसेफ के परीक्षित सेठ,जिला परियोजना समन्वयक अब्दुल अहद जांबाज, खण्ड विकास अधिकारी वजीरगंज श्री भीमजी उपाध्याय के अलावा ग्राम प्रधान सहित सैकडो गणमान्य लोग मौजूद थे।
Wednesday, July 21, 2010
दिनांक 20 जुलाई को सम्पूर्ण स्वच्छता कारयक्रम के अर्न्तगत विकास खण्ड अमियापुर की ग्राम पंचायत खैरी; उलईया;और भीखमपुर हरदोपटटी मे स्वच्छता गोष्ठी एवं चेक वितरण किया गया। ग्राम पंचायत खैरी मे गोष्ठी मे बोलते हुए जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार ने ग्रामवासियों को बताया कि बदायू जनपद मे कृषि का उत्पाद अच्छा होने के वावजूद वांछित समृद्धि न हो पाने का मुख्य कारण जनपद मे फैलने वाली वीमारियां हैं। उन्होने कहा कि बदायूं जनपद मे गंदें परिवेश तथा बंदे पानी से फैलने वाली वीमारियां जैसे पोलियो; डायरिया; उल्टी दस्त; पेचिस; खसरा अदि के वृहद स्तर पर प्रसार के कारण गरीबों के आमदनी का अधिकांश भाग बीमारियों मे खर्च हो जाता है; जिस कारण उनकी आयार्थिक स्थिति मे सुधार नही हो पाता है। उन्होने शुष्क शौचालयों को समाज मानवता तथा वातावरण सभी के लिये हानिकारक बताया। श्री कुमार ने बताया कि शुष्क शौचलयों मे मल उठाने का कार्य हमारे और आप जैसे हाड मांस का बना एक आदमी करता है जिस मल को हम आप त्यागने केबाद देखना पसन्द नही करते उसे हमारे आपके जैसा एक व्यक्ति उठाकर फेंकता है। जब उन्होने लोगों से यह पूछा कि क्या यह उचित है तो उपस्थिति लोगों ने एक स्वर से इस परम्परा को अनुचित बताया और इसे शीघ्र समाप्त करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर जिला पंचायत राज अधिकारी आर एस चौधरी खण्ड विकास अधिकारी श्री राम किशोर तथा पिछडावर्ग कल्याण अधिकारी अपने विचार व्यक्त किये। जिला पूर्ति अधिकारी और पिछडा वर्ग कल्याण अधिकारी ने 20 लाभार्थियों को शौचालयों के एक एक हजार के चेक प्रदान किया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान श्री साबिर खा सहायक विकास अधिकारी श्री वीर पाल सिंह तथा ग्राम पंचायत अधिकारी श्री नेम सिंह सहित काफी संख्या मे ग्रामवासी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सहायक विकास वीर पाल सिंह ने किया ।
बदायूं 19 जुलाई
पंचायत राज विभाग बदायूं के तत्वाधान में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के अर्न्तगत जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में जनपद में शुष्क शौचालयों के जल प्रवाहित शौचालयों में परिवर्तित किये जाने की गहन समीक्षा की गयी।
जिलाधिकारी श्री अमित गुप्ता ने कहा कि शुष्क शौचालयों को जल प्रवाहित शौचालयों का सम्पूर्ण लक्ष्य माह जुलाई के अन्त तक प्रत्येक दशा में पूर्ण करें, उन्होने शुष्क शौचालयों की घीमी प्रगति पर खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि शुष्क शौचालयों को जल प्रवाहितशौचालयों में परिवर्तित करना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता में है। जो खण्ड विकास अधिकारी अभी अपेक्षित प्रगति नही कर पाये है। वह तीन दिन में प्रगति अवश्य दिखाई देनी चाहिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जो स्वच्छकार मैला ढोने के कार्य से अलग किये जायेगे उन्हें प्रत्येक दशा में प्राथमिकता के आधार पर लाभाविंत किया जाये, उन्होने पेंशन, ऋण, मनरेगा में जांब कार्ड बनाने में प्राथमिकता देने को कहा तथा जिला पूर्ति अधिकारी श्री मनोज कुमार को निर्देश दिये कि अपात्रों के जो बी0पी0एल0 अन्त्योदय राशन कार्ड निरस्त किये जा रहे है, वह स्वच्छकारों को दिलाये जाये। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री ओ0पी0 राय को निर्देशित किया कि स्कूल स्वच्छता गतिविधियों एवं चाईल्ड फेन्डली एवं आगनवाडी केन्द्रों में बेवी फेन्डली शौचालय तथा व्यक्तिगत सफाई तथा मिड डे मील के समय बच्चों को खाना खाने से पहले हाथ धोने की जानकारी प्राथमिकता पर अध्यापकों को देने के निर्देश दे तथा शुष्क शौचालयों वाले ग्रामों में जल प्रवाहित शौचालय बनवाने में अपना योगदान देनेके निर्देश दे, उन्होने समस्त उपस्थिति पदाधिकारियों को जनपद से शुष्क शौचालय समाप्त कर जल प्रवाहित शौचालय बनाने में अपनी क्षमता के अनुसार पूरा योगदान करने की अपील भी की।
मुख्य विकास अधिकारी श्री चन्द्रकान्त ने कहा कि शुष्क शौचालय ध्वस्त कर जल प्रवाहित शौचालय बनाना किसी व्यक्ति विशेष का कार्यक्रम नही है, यह पूरे जनपद की प्रतिष्ठा से जुडा हुआ ज्वलन्त मुददा है अगर हम सब लोग समय रहते नही जागे तो जनपद गम्भीर बीमारियों की चपेट में आ सकता है। मुख्य विकास अधिकारी ने लोगों का ध्यान पोलियों के केशों की ओरदिलाते हुए सामूहिक प्रयास पर बल दिया उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों से अपने अपने स्तर से शुष्क शौचालय समाप्त कराने तथा जल प्रवाहित शौचालय का शतप्रतिशत लक्ष्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी कहा कि कोई खण्ड विकास अधिकारी इस कार्य में समस्या महसूस करें तो शीघ्र संज्ञान में लाये।
जिला पंचायत राज अधिकारी श्री आर0एस0चौधरी ने शुष्क शौचालयों के ध्वस्तीकरण तथा जल प्रवाहित शौचालयों के निर्माण की प्रगति से अवगत कराते हुए कहा जिन ग्रामों में खण्ड विकास अधिकारी स्वयं रूचि लेकर लाभार्थियों को चैकों/नकद धनराशि प्रदान कर रहे है उन ग्रामों में काफी प्रगति हो रही है क्योंकि समुदाय इस कार्य की गम्भीरता समझ कर पूरी भागीदारी कर रहे है। जो खण्ड विकास अधिकारी अभी तक ग्रामों में नही गये है वह भी चैक वितरण अथवा निगरानी करने अगर गांव में जायेगे तो वह भी माहौल बनेगा और कार्यक्रम को गति मिलेगी। उन्होंने शुष्क शौचालय ध्वस्तीकरण तथा जल प्रवाहित शौचालयों के निर्माण हेतु की गयी प्रगति पर भी विस्तार से चर्चा की।
यूनीसेफ के श्री परिक्षित सेठ ने जल निगम में एच02 एस0 वाईल अर्थात पानी जॉच किट उपलब्ध न होने की बात कही जिस पर जिलाधिकारी ने शीघ्र उपलब्धता करने हेतु आवश्यक कार्यवाही हेतु जल निगम को निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्री उदयराज सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री मनोज कुमार, समस्त उपजिलाधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री ओ0पी0राय, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज कुमार, यूनीसेफ के श्री अहमद शाहवेज, जिला परियोजना समन्वयक श्री रविशंकर शर्मा, अब्दुल अहद जाबांज तथा खण्ड विकास अधिकारीगण ने चर्चा में प्रतिभाग किया।
Monday, July 19, 2010
बदायूं 19.07.2010
पंचायत राज विभाग के तत्वाधान में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के अर्न्तगत आरिफपुर नवादा एवं खेडा बुजुर्ग विकास खण्ड जगत में गोष्ठी का आयोजन किया गया तथा शुष्क शौचालयों वालो लाभार्थियों को 1000.00 रूपये खण्ड विकास अधिकारी श्री प्रभु दयाल के कर कमलों से प्रदान किये गये। गोष्ठी में खण्ड विकास अधिकारी श्री प्रभु दयाल ने कहा कि किसी भी दशा में ग्राम में शुष्क शौचालय नही रहने चाहिए जिन लाभार्थियों को चैक या धनराशि प्राप्त हो चुकी है वह तीन दिन के अन्दर सीट तक शौचालय पूर्ण कर 500.00 रूपये और प्राप्त करें। लेकिन किसी लाभार्थी द्वारा शुष्क शौचालय प्रयोग किया गया तो उसे ध्वस्त करा दिया जायेगा।
जिला परियोजना समन्वयक श्री रविशंकर शर्मा ने कहा कि शुष्क शौचालय के स्थान पर लाभार्थी जल प्रवाहित शौचालय बना ले उन्हें अनुदान मिल रहा है जिससे ग्राम में निवास करने वालो को बीमारियों से निजात मिल सके अस अवसर पर सहायक विकास अधिकारी पंचायत श्री सुभाषचन्द्र ग्राम पंचायत सचिव श्री नवीन शर्मा प्रेरक मुकेश कुमार बोवी सहित सैकडों लोग मौजूद रहे।
भिन्दुलिया प्लासी
श्री के0पी0 वर्मा स0वि0अ0 पं0 के ग्राम वासियों को शुष्क शौचालय से क्या क्या नुकसान एवं जल प्रवाहित शौचालय परिवर्तिति होने में क्या क्या फायदा है, विस्तार से बताया तथा तकनीकी मार्ग दर्शन कराया।
श्री मुहम्मद फाजिल प्रेरक ने सभी को शुष्क शौचालय समाप्त कर जल प्रवाहित शौचालयों को बनवाने हेतु सभी को बताया।
श्री शमशाद, पप्पू, कमशाद, रहीश मोहम्मद, समीर अहमद, इरफान, मुख्तरी, कमालउददीन, कल्लू, सत्यवीर आदि लाभार्थियों से शौचालय पूर्ण कर लिए है इनकी प्रधान द्वारा चैक एवं नकद धनराशि 1000.00 वितरित की। लाभार्थियों द्वारा बताया गया कि हम सब शुष्क शौचालय ध्वस्त कर जल प्रवाहित शौचालयों का संकल्प लेते है कि हम इस क़त्य कार्य को शीघ्र ही पूर्ण करेगे।
गोष्ठी में सभी को आश्वासन दिया कि शीघ्र ही कार्य पूर्ण कर लेगे।
गोष्ठी में श्रीमती मिथलेश कुमारी प्र0अ0 गाजी प्रिन्स स0अ0 ममता रानी व निहालउददीन शिक्षामित्र तथा ओमवती ए0एन0एम0 ने भी विचार व्यक्त किये।
Sunday, July 18, 2010
17 जुलाई 2010
दिनांक 17 जुलाई 2010 को खण्ड विकास अधिकारी जगत श्री प्रभु दयाल द्वारा ग्राम पंचायत खेडा बुजुर्ग में 25 लाभार्थियों को एक एक हजार रूपये का चैक शौचालय निर्माण हेतु लाभार्थियों को दिया। चैक वितरण के बाद ग्राम पंचायत में एक स्वच्छता गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए खण्ड विकास अधिकारी श्री प्रभु दयाल ने ग्रामवासियों का आहवान किया कि गांव में उपलब्ध सभी शुष्क शौचालयों को एक माह में जल प्रवाहित शौचालयों में बदल दिया जाय। इन्होने लोगों को बताया कि शुष्क शौचालयों से कई प्रकार की बीमारियॉ होती है जिस पर गरीबों का काफी पैसा ईलाज में खर्च हो जाता है।
शुष्क शौचालयों को जल प्रवाहित शौचालयों में परिवर्तित कर इन बीमारियों से निजात पायी जा सकती है। 25 लाभार्थियों को चैक वितरित किये जाने के बाद अब तक 40 लाभार्थियों को चैक वितरित किया जा चुका है जिनमें से 05 लोगों द्वारा निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। ग्राम में कुल 80 लाभार्थियों द्वारा गडढे खोदे जा चुके है। इस अवसर पर जिला परियोजना समन्वयक श्री रविशंकर शर्मा, सहायक विकास अधिकारी पं0 जगत श्री सुभाष चन्द्र, ग्राम पंचायत अधिकारी श्री नवीन शर्मा तथा प्रेरक उपस्थित थे।
Saturday, July 17, 2010
दिनांक 9 जुलाई को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता मे सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के अर्न्तगत पंचायती राज; ग्राम्य विकास; बेसिक शिक्षा; महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्य विभाग के सभी जिला एवं विकास खण्ड स्तयरीय अधिकारियों की एक कार्यशाला का
आयोजन विकास भवन के सभागार मे किया गया। उक्त कार्यशाला मे जिलाधिकारी श्री अमित गुप्ता के अतिरिक्त मुख्य विकास अधिकारी श्री चन्द्रकान्त; अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्री उदय राज; मुख्य चिकित्साधिकारी श्री आर0एन0 हरित;अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री मनोज कुमार;
श्री; बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री ओ0पी0राय ; जिला समाज कल्याण अधिकारी श्री संदीप कुमार सिंह ;जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय शर्मा श्री; सहित सभी नगरपालिकाओं के अधिशासी अधिकारी सामिल हुए। कार्यशाला मे लोगों को सम्बोधित करते हुए
जिलाधिकारी श्री अमित गुप्ता ने कहा कि जिस समय उन्होने जनपद मे योगदान किया उस समय लोग कह रहे थे कि बदायू एक गन्दा जनपद है लेकिन उनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान इस प्रकार की कोई बात नजर नही आ रही थी लेकिन जब उनके द्वारा ग्राम रमजानपुर का भ्रमण किया गया तब उन्हे पता चला कि लोग बदायू को गन्दा क्यों कहते हैं।
जब उन्होने रमजानपुर गांव मे उठाउ शौचालयों को देखा तो वे हतप्रभ रह गये। उन्हे विश्वास नही हो रहा था कि बदायू के ग्रामीण क्षेत्रों मे मध्य युगीन सभ्यता के अवशेष अब भी जीवित है यह देखकर उन्हे बहुत कष्ट हुआ और उन्होने इस
मध्ययुगीन परम्पीरा को समाप्त करने का संकल्प लिया है। उसी के तहत आज की कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होने सभी उपस्थित अधिकारियों का आहवान किया कि वे इसे शासकीय न समझ कर एक सामाजिक कार्य समझे और अपनी संतुष्टि के लिये प्रयास करे।
जिलाधिकारी महोदय ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिये कि वे अपने विभाग मै तैनात शिक्षकों को भी प्रेरित करे कि जिनके घरों मे शुष्क शौचालय है वे न केवल अपने शौचालयों को जल प्रवाहित शौचालयों मे परिवर्तित करे बल्कि आस पास के लोगों को भी इस कार्य के लिये प्रेरित करें। जिलाधिकारी ने नेहरू युवा केन्द्रो के जिला समन्वयक से कहा कि उनके स्वयं सेवक जो गावों मे तैनात है
उन्हे प्रेरक के रूप मे तैनात करने की कार्यवाही करें। इस पर नेहरू युवा केन्द्र के समन्वयक श्री यादव ने बताया कि उनके संगठन के तीन से चार युवा हर विकास खण्ड मे हैं। इन युवाओं को खण्ड स्तरीय प्रेरक के रूप मे प्रयोग किया जा सकता है। जिलाधिकारी महोदय ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे खण्ड स्तर पर उपलब्ध नेहरू युवा केन्द्र के युवाओं को खण्ड स्तरीय प्रेरक के रूप मे चयन कर उनका प्रशिक्षण कराकर अभियान मे लगायें।
जिलाधिकारी महोदय ने चिकित्सा विभाग के उपस्थिति मुख्य चिकित्साधिकारी और अन्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि वे चयनित ग्रामों मे नियमित टीकाकरण कराये; स्वास्य्य कैंपों का आयोजन करें; स्कूलों मे बच्चों का स्वास्य्र परीक्षण कराये तथा ग्राम निधि मे भेजे जाने वाले वीस हजार रूपयों का ग्राम की सफाई मे प्रयोग करें। कार्यशाला मे बोलते हुए श्री गुप्ता ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये कि चयनित ग्रामों
मे वांछित धनराशि तत्काल भिजवायें तथा प्रेरकों का मानदेय भुगतान मे देरी कदापि न की जाय। जैसे जैसे प्रस्ताव प्राप्त हो रहे है उनकी धनराशि तत्काल भिजवा दी जाय।जिलाधिकारी महोदय ने जिला पंचायत राज अधिकारी को यह भी निर्देश दिया कि वे ग्राम प्रधानों ग्राम पंचायत सचिवों तथा प्रेरकों की कार्यशाला तत्काल आयोजित कर ले।
जलनिगम को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी महोदय ने अधिशासी अभियन्ता को निर्देशित किया कि चयनित ग्रामों मे जो हैण्ड पम्प स्थाई रूप से खराब है उन्हे तत्काल रीबोर करा दिया जाय तथा प्रत्येक हैण्डपम्प के पास आवश्य कतानुसार सोख्ता गढढा बनवाया जाय। जिला विकास अधकारी को निर्देशित करते हुए
जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि अस्वच्छ पेशे मे लगे लोगों के पुर्नवास की तत्काल व्यवस्थात की जाय; उनके बच्चों के विशेष छात्रव़ति दिलाई जाय तथा जो लोग पात्र है उन्हे अन्योत्दय तथा वी पी एल के कार्ड वनवाये जायं तथा पात्रता के अनुसार पेशन भी दिलवाई जाय।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य विकास अधिकारी श्री चन्द्रकान्त ने कार्याशाला मे उपस्थित अधिकारियों से आहवान किया कि इस अभियान मे मिशनरी जील से जुडे;
कम समय मे लक्ष्य पूरा करे तथा नियमित मानीटरिंग करें। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने सभी को अपना लक्ष्य निर्धारित करने तथा उसके अनुरूप प्रयास करने की सलाह दी। अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्री उदय राज ने लोगों को प्रेरित कर इस
अभियान मे जोडने की सलाह दी। कार्यशाला को बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री ओ0पी0राय मुख्य चिकित्साधिकारी नेहरू युवा केन्द्र् के जिला समन्वायक ने भी सम्बोधित किया।